जिस स्कूल में पढ़ाया, वहीं के छात्र को दिल दे बैठी शिक्षिका, फिर दोनों हो गए फरार, दिल्ली भागते पुलिस ने पकड़ा
गोरखपुर जिले के चिलुआताल क्षेत्र की एक शिक्षिका को अपने ही स्कूल में 9वीं में पढ़ने वाले छात्र से मोहब्बत हो गयी। दोनों में स्कूल में ही बातचीत हुई और फिर एक-दूसरे से प्यार वाली बातें करने लगे।
गोरखपुर, 19 मई 2025।गोरखपुर जिले के चिलुआताल क्षेत्र की एक शिक्षिका को अपने ही स्कूल में 9वीं में पढ़ने वाले छात्र से मोहब्बत हो गयी। दोनों में स्कूल में ही बातचीत हुई और फिर एक-दूसरे से प्यार वाली बातें करने लगे। बीते रविवार को शिक्षिका ने छात्र को फोन करके बुलाया और फिर दोनों साथ चले गए। इधर, छात्र के घरवालों ने चिलुआताल थाने बेटे के साथ अनहोनी की आशंका जताते हुए केस दर्ज करा दिया। पुलिस ने अपहरण का केस दर्ज कर तलाश शुरू की तो दोनों लखनऊ रेलवे स्टेशन से पकड़े गए।
दरअसल, छात्र की उम्र अभी महज 14 वर्ष है, जबकि शिक्षिका 22 वर्ष की है, वह खुद एमएससी की पढ़ाई भी कर रही है। शिक्षिका ने पुलिस को बताया कि उसे छात्र से पिछले एक वर्ष से प्यार है और वह उसके साथ में ही रहना चाहती है। दोनों को लेकर पुलिस गोरखपुर आई तो दोनों पुलिस और परिजनों को ही कोस रहे थे। उधर, शिक्षिका के घरवाले तो प्रार्थना पत्र लेकर भी नहीं आए। पुलिस ने जब उनसे संपर्क किया तो उन्होंने कह दिया कि उससे हम लोगों का लेना-देना नहीं है। पुलिस जो कानूनी कार्रवाई चाहे, करे। लेकिन, नाबालिग लड़के का पिता ऐसा नहीं चाहता था, उसने कोई कार्रवाई न करने की सिफारिश करते हुए लिखित में प्रार्थना पत्र दे दिया। बाद में आए लड़की के घरवालों को भी पुलिस ने समझाया और फिर वह अपनी बेटी को साथ लेकर चले गए। दो दिन बाद शिक्षिका ने भी खुद से हुई गलती को स्वीकार करते हुए पुलिस को माफीनामा दे दिया है।
संदेह के आधार पर जीआरपी ने पकड़़ा
दोनों गोरखपुर से भागने के बाद ट्रेन से लखनऊ पहुंच गए थे। वहां से दोनों दिल्ली भागने की फिराक में थे। लखनऊ रेलवे स्टेशन पर जीआरपी चेकिंग कर रही थी। इसी बीच उनकी हरकत और उम्र में अंतर देख जीआरपी को संदेह हो गया। जीआरपी ने दोनों को थाने पर लाया और नाम पता पूछकर गोरखपुर पुलिस से संपर्क किया। इसके बाद गोरखपुर पुलिस दोनों को लखनऊ से लेकर वापस आई।
फोन आने पर नहीं होता था संदेह
लड़के के घरवालों ने बताया कि युवती का अक्सर घर के नंबर पर ही फोन आता था, लेकिन शिक्षिका होने की वजह से उन्हें कभी शक नहीं हुआ कि वह भी ऐसा कर सकती थी। दूसरे, अपने बेटे की उम्र को देखते हुए भी उन्हें यकीन नहीं हो रहा था। जब शिक्षिका ने थाने पर छात्र के साथ रहने की बात कही, तब वे हतप्रभ रह गए।
