दिल्ली को खालिस्तान बना देंगे... आतंकी इंदरजीत गोसाल कनाडा जेल से रिहा, पन्नू ने भी दी नई धमकी
इंदरजीत सिंह गोसाल का एक हफ्ते से भी कम समय में जेल से बाहर आना खालिस्तानियों के खिलाफ कनाडा सरकार की कार्रवाई पर गंभीर सवाल खड़े करती है. गोसाल की जेल से रिहाई के साथ ही खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू का भी नया धमकी भरा वीडियो सामने आया है.
हैदराबाद से समाचार संपादक देहाती विश्वनाथ की यह विशेष रिपोर्ट:-
ओटावा / नई दिल्ली/ हैदराबाद, 26 सितंबर 2025. कनाडा में पिछले हफ्ते गिरफ्तार किए गए खालिस्तानी समर्थक इंदरजीत सिंह गोसाल को ओंटारियो की अदालत से जमानत मिल गई है. गोसाल की गिरफ्तारी को लेकर भारतीय समुदाय ने राहत की सांस ली थी, लेकिन अदालत से उसकी तत्काल रिहाई ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं. गिरफ्तारी के महज एक हफ्ते के भीतर ही उसकी जमानत पर बाहर आना बताता है कि कनाडा में कैसे खालिस्तान समर्थकों को बढ़ावा दिया जाता है, जो खुलेआम भारत को धमकाते हैं.
इंदरजीत सिंह गोसाल ने जेल से बाहर आते ही दिल्ली को खालिस्तान बनाने की धमकी दे डाली. इंदरजीत सिंह गोसाल के अलावा सिख फॉर जस्टिस यानि एसएफजे के नेता
गुरपतवंत सिंह पन्नू ने भी हमेशा की तरह भारत के खिलाफ भड़काऊ भाषण दी है. जमानत पर बाहर आते ही गोसाल ने भारत विरोधी बयानबाजी शुरू कर दी है. उसने सार्वजनिक तौर पर धमकी दी है कि वह "दिल्ली को खालिस्तान में बदल देगा."
कनाडा से खालिस्तानी आतंकी की भारत को धमकी
इंदरजीत सिंह गोसाल का एक हफ्ते से भी कम समय में जेल से बाहर आना खालिस्तानियों के खिलाफ कनाडा सरकार की कार्रवाई पर गंभीर सवाल खड़े करती है. गोसाल की रिहाई के साथ ही खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू का भी नया धमकी भरा वीडियो सामने आया है. इसमें उसने भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल को निशाना बनाते हुए गंभीर चेतावनी दी है.
बता दें कि भारत सरकार पन्नू को एक वैश्विक आतंकी घोषित कर चुकी है और उस पर कई मामलों में कार्रवाई चल रही है. दरअसल, इंदरजीत सिंह गोसाल एक खालिस्तानी आतंकी है और उसकी उम्र 36 साल की है. ये 'सिख फॉर जस्टिस' आतंकी संगठन के प्रमुख गुरपतवंत सिंह पन्नू का करीबी साथी है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ओटावा में इंदरजीत सिंह गोसाल को पिछले हफ्ते गिरफ्तार किया गया था. उस पर हथियारों को रखने को लेकर कई तरह के गंभीर आरोप हैं. गोसाल जून 2023 में हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद से एसएफजे कनाडा में प्रमुख आयोजक बन गया था.
