• डॉ. लोहिया ने कहा था, 'अगर सड़कें खामोश हो जाएं तो संसद आवारा हो जाएगी': शिवानंद तिवारी

    हैदराबाद से समाचार संपादक देहाती विश्वनाथ की विशेष रिपोर्ट...
    पटना/ हैदराबाद, 11 अगस्त, 2025. सोमवार को दिल्ली की सड़कों पर लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई शुरू हुई है. दिल्ली की सड़कों से होकर यह लड़ाई  देश की तमाम सड़कों पर दस्तक देगी. लोकतंत्र बचाने का यही एकमात्र वैकल्पिक मार्ग है. यह टिप्पणी प्रखर समाजवादी विचारक तथा बिहार के पूर्व मंत्री शिवानंद तिवारी ने की है. उन्होंने कहा कि डॉ. लोहिया ने कहा था कि 'अगर सड़कें खामोश हो जाएं तो संसद आवारा हो जाएगी.'
               शिवानंद तिवारी के मुताबिक, मोदी जी की सरकार संपूर्ण ताकत के साथ चुनाव आयोग के पीछे खड़ी है. इसीलिए आयोग सुप्रीम कोर्ट के सामने तन कर कह रहा है कि हमने मतदाता सूची से जिनको बाहर निकाला है उनके विषय में कोई जानकारी नहीं देंगे. आज दिल्ली की सड़क से उठी यह आवाज सुप्रीम कोर्ट में भी गूंजेगी. यह आवाज दिल्ली से शुरू होकर अब देशभर में फैलेगी.
              समाजवादी नेता ने कहा कि यह संविधान और लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई है. देश के तमाम दलित, आदिवासी, पिछड़े और महिलाओं के अधिकार और हक को बचाने की यह लड़ाई है. शिवानंद तिवारी ने आम जनों से अपील करते हुए कहा कि समय आ गया है कि हम सब इकट्ठे होकर इस संघर्ष में कूदने के लिए कमर कसकर तैयार रहें.