हर आंख हुई नम, हैदराबाद में कैसे विदा हुए 69 फीट के गणपति
हैदराबाद के खैरताबाद पंडाल में 69 फुट ऊँची प्रतिमा स्थापित की गई थी.
पूरे विश्व में शांति और खुशहाली की कामना करते हुए मूर्ति का नाम ' विश्व शांति महाशक्ति गणपति ' रखा गया था. उनके विसर्जन का जुलूस भी उनकी ही तरह भव्य रहा.
हैदराबाद से समाचार संपादक देहाती विश्वनाथ की यह विशेष रिपोर्ट:-
खैरताबाद / हैदराबाद, 6 सितंबर 2025. 'गणपति बप्पा मोरया, अगले बरस तुम जल्दी आ ' के जयकारों के साथ लोग शनिवार को गणपति विसर्जन करते रहे. क्या मुंबई और क्या अन्य राज्य हर जगह बप्पा की धूम है. अबीर-- गुलाल और ढ़ोल - नगाडों की धुन पर थिरकते हुऐ भक्त बप्पा को विदाई दे रहे हैं.
गणपति विसर्जन के मौके पर शनिवार को हैदराबाद की सड़कों का नजारा भी कुछ अलग ही था. पूरा शहर मानो भक्ति के रस में डूब गया. 69 फीट के गणपति जैसे ही अपने रथ पर सवार होकर पंडाल से बाहर निकले हर किसी की निगाहें मानो ठहर सी गई.
69 फीट ऊंचे गणपति बप्पा का विसर्जन
हैदराबाद के खैरताबाद स्थित एक पंडाल में स्थापित भगवान गणेश की विशाल मूर्ति आकर्षण का मुख्य केंद्र बनी. खैरताबाद पंडाल में 69 फीट ऊंची मूर्ति स्थापित की गई थी. पूरे विश्व में शांति और खुशहाली की कामना करते हुए मूर्ति का नाम 'विश्व शांति महाशक्ति गणपति' रखा गया था.
भव्य और दिव्य बप्पा पर ठहरी निगाहें
बप्पा की भव्य, दिव्य और मन मोह लेने वाली प्रतिमा थी ही इतनी प्यारी कि नजर हटती तो भी कैसे. 69 फीट के गणपति बप्पा और उसके साथ लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ से सड़क खचाखच भरी हुई थी. हर किसी की जुबान पर बप्पा थे. एक तरफ बप्पा की विदाई से आंखें नम तो दूसरी तरफ अगले बरस उनके वापस आने की आस से भक्तों को अपने आप को संभाले हुए थे.
हैदराबाद में जश्न, 'बप्पा तू जल्दी आना'
महाराष्ट्र के साथ ही तेलंगाना में भी गणेशोत्सव की खूब धूम देखी गई. हैदराबाद सहित राज्य के सभी अन्य शहरों और गांवों में अलग-अलग आकार और रूपों में भगवान गणेश की लाखों मूर्तियां स्थापित की गई थी.
'विश्व शांति महाशक्ति गणपति' बहुत खास रहे. ऐसा लग रहा था मानो हैदराबाद जैसे आज जश्न में डूबा हुआ है. गणपति बप्पा के विसर्जन जुलूस में हजारों - लाखों की संख्या में लोग हैदराबाद की सड़कों पर दिखाई दे रहे थे. इतनी भीड़ में भी सिर्फ बप्पा पर ही सबकी नज़रें टिकी रही.
