• छठ पर ट्रेनों में बेतहाशा भीड़, पैर रखने तक की जगह नहीं, टॉयलेट में खड़े होकर सफर कर रहे यात्री

    रेलवे के दावों के इतर जमीनी हकीकत कुछ और है. ट्रेनों में यूपी - बिहार जाने वाले यात्रियों की भारी भीड़ है. 15 से 20 घंटे खड़े होकर, तो कोई टॉयलेट या फर्श पर बैठकर यात्रा करने को मजबूर हैं. कमोबेश हर रेगुलर ट्रेन का यही हाल है. पढ़िए हैदराबाद से समाचार संपादक देहाती विश्वनाथ की विशेष रिपोर्ट :-

    नई दिल्ली/ मुंबई/ बेंगलुरु/ हैदराबाद, 24 फरवरी, 2025. छठ पूजा का त्यौहार है, ऐसे में तमाम कामगार मजदूर छठ पूजा के लिए यूपी -- बिहार अपने घर को जा रहे हैं. लोग स्पेशल ट्रेनों की जगह रेगुलर चलने वाली ट्रेनों से यात्रा कर रहे हैं. रेगुलर चलने वाली ट्रेनों में भारी भीड़ है, लोक गेट पर और टॉयलेट तक में बैठे हुए हैं. घर पहुंचने के लिए लोग रात भर खड़े होकर यात्रा कर रहे हैं, बैठने तक की जगह नहीं है.
           दरअसल, रेलवे के दावों के इतर जमीनी हकीकत कुछ और है. ट्रेनों में बिहार जाने वाले यात्रियों की भारी भीड़ है. कोई 15 से 20 घंटे खड़े होकर, तो  कोई टॉयलेट या  फर्श पर बैठकर यात्रा करने को मजबूर हैं. कमोबेश हर रेगुलर ट्रेन का यही हाल है.

    गेट पर लटककर जा रहे हैं घर
    यात्री विकास सिंह ने  पत्रकारों से बातचीत में बताया कि वे बनारस से आ रहे हैं और दिलदारनगर जा रहे हैं. वे बनारस में रहकर पढ़ाई करते हैं. उन्होंने बताया कि ट्रेन में भीड़ बहुत अधिक है. इसकी वजह से गेट पर लटककर जा रहे हैं. बनारस स्टेशन पर भीड़ थी. इसलिए यहां ऑटो से डीडीयू जंक्शन आए, ताकि भीड़ कम हो, लेकिन यहां भी भीड़ वैसे ही है. उन्होंने बताया कि  एक तो ट्रेन लेट है, दूसरा बैठने को भी जगह नहीं है. छठ पूजा में  यूपी और बिहार के लोग अपने-अपने घर जाते हैं. रेलवे को इस पर ध्यान देना चाहिए. भीड़ की वजह से कहीं किसी यात्री के साथ हादसा ना हो जाए. स्पेशल ट्रेनें और चलानी चाहिए.

    टॉयलेट में भी घुसे हुए हैं लोग
    एक और यात्री इम्तियाज अहमद बता रहा था कि वे मध्य प्रदेश से आ रहे हैं, लेकिन यहां आए तो देखा बनारस में भी भारी भीड़ थी  और डीडीयू जंक्शन पर भी भीड़ है. ट्रेन भी बहुत लेट चल रही है. हम कई घंटों से खड़े होकर आ रहे हैं. हम सभी यात्रियों का बुरा हाल है. सभी डब्बे खचाखच भरे हुए हैं. लोग एक दूसरे के ऊपर बैठे हैं. टॉयलेट में भी लोग घुसे हुए हैं. जैसे तैसे लोग  छठ पूजा पर  घर पहुंचना चाहते हैं.

    हादसे की बढ़ गई है आशंका
    बता दें कि, छठ पूजा जैसे बड़े लोक पर्व पर रेलवे की सीमित व्यवस्था यात्रियों के लिए परेशानी का  सबब बन रही है. भीड़ के चलते हादसे की आशंका भी बढ़ गई है. जरूरत है कि रेलवे प्रशासन अतिरिक्त स्पेशल ट्रेनें चलाएं, ताकि श्रद्धालु सुरक्षित और सुगमता से अपने घर पहुंच सकें.